Bhajanpura: घरेलू विवाद में पति ने पत्नी और परिवार पर फेंका एसिड, आरोपी फरार
Bhajanpura: दिल्ली के भजनपुरा थाना क्षेत्र में एक खतरनाक घरेलू विवाद का मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति ने अपने ससुराल पहुंचकर पत्नी, बच्चों और सास पर एसिड फेंक दिया। घटना के समय पत्नी, उनके दो बच्चे और सास कमरे में बैठे थे। एसिड फेंकने के बाद आरोपी फरार हो गया है।
शैतान की करतूत
6 सितंबर को, महिला अपने दो बच्चों और मां के साथ अपने ससुराल में थी। इसी दौरान, महिला का पति सोनू शर्मा, जो शिव विहार का निवासी है और पेशे से एक बढ़ई है, घर में एसिड की बोतल लेकर आया। सोनू ने गुस्से में आकर एसिड को अपनी पत्नी, सास और बच्चों पर फेंक दिया। इस हमले में चारों लोग हल्के रूप से जल गए।
पड़ोसियों की मदद
एसिड के हमले के बाद, पड़ोसियों ने तुरंत कार्रवाई की और चारों पीड़ितों को जग प्रवेश चंद अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। भजनपुरा पुलिस स्टेशन ने काविता की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है और आरोपी की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
घरेलू विवाद की पृष्ठभूमि
काविता का अपने पति सोनू के साथ विवाद लंबे समय से चल रहा था। 2018 में, काविता ने शिव विहार के निवासी सोनू शर्मा से दूसरी शादी की थी। शादी के कुछ ही समय बाद दोनों के बीच झगड़े शुरू हो गए। सोनू ने करीब एक साल तक राजस्थान में काम किया और पत्नी से अलग हो गया।
पति का शक
सोनू की पत्नी काविता पर चरित्र का शक था, जिसके कारण दोनों के बीच झगड़े बढ़ गए। पिछले 20 दिनों से सोनू दिल्ली में था और इसी दौरान उसने अपनी पत्नी के चरित्र पर शक जताया। इसके चलते 6 सितंबर को काविता और सोनू के बीच गंभीर विवाद हुआ।
आरोपी की गिरफ्तारी
घटना के बाद, आरोपी सोनू शर्मा ने अपने आप को कानून से बचाने के लिए फरार हो गया है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस जघन्य अपराध ने इलाके में चिंता और दहशत फैला दी है।
समाज पर प्रभाव
यह घटना घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवादों की गंभीरता को उजागर करती है। समाज में बढ़ती हुई इस प्रकार की घटनाओं पर काबू पाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। कानून व्यवस्था को मजबूत करने और पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
पुलिस की कार्रवाई
भजनपुरा पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में छानबीन शुरू कर दी है और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं। इसके साथ ही, पुलिस ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में भी कदम उठाए हैं।
निष्कर्ष
इस दिल दहला देने वाली घटना ने समाज के सामने एक गंभीर प्रश्न खड़ा किया है कि घरेलू विवाद और हिंसा के मामलों में सख्त कानूनी कदम उठाने की आवश्यकता है। पीड़ितों को न्याय दिलाना और समाज में सुरक्षा का माहौल बनाना अत्यंत आवश्यक है। पुलिस और संबंधित विभागों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।